गुरुग्राम। जिला स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गाजियाबाद में टेंट हाउस की दुकान में अवैध रूप से चल रहे भ्रूण लिंग जांच गिरोह का पर्दाफाश किया है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सुनियोजित तरीके से काम करते हुए मामले में शामिल 3 आरोपियों को दबोच कर पुलिस के सुपुर्द कर दिया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. वीरेंद्र यादव ने बताया कि उन्हें भोंडसी गांव के निवासी गौतम नामक युवक के द्वारा भ्रूण लिंग जांच के कार्य में शामिल होने की सूचना मिली थी। उक्त युवक को दबोचने के लिए सीएमओ ने एक विस्तृत योजना तैयार की। योजना के मुताबिक स्वास्थ्य विभाग ने एक फर्जी महिला ग्राहक को तैयार कर उसी के माध्यम से गौतम से संपर्क किया गया गया तो वह 35 हजार रुपये में भ्रूण लिंग जांच कराने पर पर राजी हो गया। आरोपी गौतम ने महिला को रविवार के दिन जांच कराने का भरोसा दिया और उसे निर्धारित रकम के साथ राजीव चौक पर बुलाया। गौतम ने महिला से 35 हजार रुपये लिए और उसे लेकर गाजियाबाद पहुंचा। यहां के कृष्णा नगर स्थित एक टेंट हाउस में भ्रूण लिंग जांच का काम चल रहा था। गिरोह में शामिल लोगों ने महिला का अल्ट्रासाउंड कर गर्भ में लड़की होने की बात बताई। इसके बाद महिला जैसे ही बाहर आई, स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अंदर जाकर भ्रूण लिंग जांच गिरोह में शामिल प्रेमचंद, जयपाल और गौतम को दबोच लिया। तीनों के खिलाफ सिहानी गेट थाने में पीएनडीटी एक्ट के तहत मामला दर्ज करते हुए मौके से अल्ट्रासाउंड मशीन भी बरामद कर ली है। स्वास्थ्य विभाग की टीम में पीएनडीटी के नोडल ऑफिसर डॉ. अनिल गुप्ता, डॉ. दीपांशु, डॉ. हरीष, डॉ. उमंग, सुभाष, एसआइ परमजीत, हेड कांस्टेबल राजकुमार व हेड कांस्टेबल क्रोवास्टा समेत अन्य लोग शामिल रहे।
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