
चंडीगढ़। हरियाणा की महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री कमलेश ढांडा ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाने का उद्देश्य महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना, उनके प्रति सम्मान, सुरक्षित और उपायुक्त वातावरण बनाए रखने का संकल्प दोहराना है। इस दिन समाज में रोल मॉडल के रूप में कार्य करने वाली महिलाओं को सम्मानित करने का मूल लक्ष्य भी यही है।
ढांडा ने बुधवार को इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि महिलाओं की रचनात्मक भूमिका के बगैर समाज और राष्ट्र के विकास की कल्पना ही बेमानी है। उन्होंने कहा कि हरियाणा की महिलाएं प्रतिभावान, मेहनतकश और बहादुर हैं, जिन्होंने उच्च राजनैतिक पदों को सुशोभित करने के साथ-साथ शिक्षा, खेल और समाज कल्याण के क्षेत्र में अपनी प्रतिभा की छाप अंकित की है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार महिलाओं के सामाजिक व आर्थिक उत्थान के लिए पहले से ही सभी आवश्यक कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वाली महिलाओं को आगामी अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर सम्मानित करने के लिए राज्य सरकार ने आवेदन आमंत्रित किए हैं ताकि अन्य महिलाएं उनसे प्रेरित होकर महिला सशक्तिकरण की दिशा में आगे आएं। ढांडा ने कहा कि जिन पुरस्कारों के लिए आवेदन मांगे गए हैं, उनमें इंदिरा गांधी महिला शक्ति पुरस्कार, कल्पना चावला शौर्य पुरस्कार, बहन शन्नो देवी पंचायती राज पुरस्कार, लाइफटाइम अचीवर्स अवार्ड तथा एएनएम/ नर्स/ महिला एमपीडब्ल्यू (पुरस्कार की संख्या दो) और महिला खिलाड़ी शामिल हैं। इसी प्रकार, साक्षर महिला समूह सदस्य (पुरस्कार की संख्या दो), सरकारी कर्मचारी (पुरस्कार की संख्या दो), सामाजिक कार्यकर्ता (पुरस्कार की संख्या दो) तथा महिला उद्यमी (पुरस्कार की संख्या दो) के लिए भी आवेदन आमंत्रित किए गए हैं।