गया धार्मिक नगरी गयाजी में रविवार को मानपुर स्थित सुखदेव क्लार्क इन में वास्तु एवं ज्योतिष महासम्मेलन का आयोजन हुआ।




यह अयोजन अखिल भारतीय ज्योतिष संस्था संघ नई दिल्ली एवं एस्ट्रोलॉजिकल पॉइंट गया बिहार के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस महासम्मेलन में देशभर से लगभग 400 से भी अधिक ज्योतिषी, वास्तु विज्ञान शास्त्री और विद्वानों ने हिस्सा लिया। तीन सत्रों में चले इस कार्यक्रम में ज्योतिषविदों और चिकित्सकों ने विभिन्न गंभीर बीमारियों और रोगों पर विस्तृत रूप से चर्चा की। प्रथमसत्र में महासम्मेलन का उद्घाटन पूर्व मुख्यमंत्री सह केंद्रीय सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्री जीतन राम मांझी, विधान पार्षद डॉ कुमुद वर्मा, पूर्व एमएलसी संजीव श्याम सिंह, अखिल भारतीय ज्योतिष संस्था संघ नई दिल्ली के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अरुण बंसल, मुख्य संंरक्षक पं जयप्रकाश शर्मा लाल धागे वाले, जयंत पांडेय, दिनेश गुरुजी, एस्ट्रोलॉजिकल प्वाइंट गया के चेयरमैन सह आयोजन समिति के उपाध्यक्ष डॉ. प्रमोद कुमार सिन्हा ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।सर्वप्रथम देशभर से आए अतिथियों का गयाजी की पावन भूमि पर स्वागत करते हुए एस्ट्रोलॉजिकल पॉइंट के अध्यक्ष प्रमोद कुमार सिन्हा ने कहा कि ज्योतिष और वास्तु शास्त्र के द्वारा रोगों की पहचान और निदान करने के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। इसके पीछे सबसे बड़ा मुख्य उद्देश्य यह है कि वर्तमान परिदृश्य में इन असाध्य रोगों का आगमन प्रत्येक घरों में हो गया है। इससे ज्योतिष विज्ञान के द्वारा ही सफलता पाया जा सकता है। महासम्मेलन में ज्योतिष शास्त्रियों के द्वारा शोध परख आलेख प्रस्तुत किया गया। अध्यक्षीय संबोधन में डॉ. अरुण कुमार बंसल ने जीवन में आ रही बाधाओं और परेशानियों को दूर करने के लिए ज्योतिष शास्त्र का सहारा ले सकते हैं। उन्होंने बताया कि रुद्राक्ष का माला धारण करने से हृदयाघात की संभावना कम होती है। वैवाहिक रिश्ते में आ रही अड़चनो को दूर करने के भी साधारण उपाय बताए गए। अपने उद्घाटन उद्बोधन में केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि वास्तु और ज्योतिष एक ऐसी विधा है जिससे हजारों सालों से लोग अवगत है। ज्योति और वास्तु हमारे समाज का मजबूत आधार है। लेकिन कुछ ऐसे लोग इस पेशे से जुड़े हुए हैं जो ज्योतिष विद्या को बदनाम कर रहे हैं। ऐसे लोगों को इसमें प्रश्रय देना उचित नहीं है। ज्योतिषी जैसे पेशा को  व्यवसायीकरण न बनने दें बल्कि लोक कल्याण की भावना के साथ कार्य कर लोगों की समस्याओं का निराकरण करें। वास्तु और ज्योतिष शास्त्र की प्रासंगिकता आधुनिक युग में कुछ अधिक बढ़ गई है। लोग अंतरिक्ष और चांद पर जा रहे है लेकिन ज्योतिष शास्त्र पर भी इनका पूर्ण आस्था और विश्वास है। वास्तु और ज्योतिष आज संसार भर के लोगों के लिए आवश्यकता बन गई है क्योंकि इससे उनके भाग्य के दरवाजे खुलते हैं। सनातन धर्म में विश्वास रखने वाले लोग वास्तु और ज्योतिष विद्या को अधिक महत्व दे रहे हैं। हमारा प्रयास है कि केंद्र सरकार से इस ज्योतिष विद्या को पाठ्यक्रम में शुरू करने के लिए मांग रखेंगे। बाराचट्टी विधायक ज्योति मांझी ने कहा कि भारतीय परंपरा को आगे बढ़ाने के लिए ज्योतिष शास्त्र से जुड़कर लोगों की समस्याओं का समाधान हुआ है। इसके जरिए गंभीर बीमारियों का सफल इलाज भी हुआ है। आयोजन के दौरान ज्योतिष की नई चुनौतियां और उसके समाधान को लेकर विद्वानों ने गहण मंथन चिंतन किया।भोजनावकास के बाद द्वितीय सत्र में ज्योतिषीय और चिकित्सा विज्ञान के द्वारा गंभीर बीमारियों पर सफल इलाज के लिए एक सामूहिक पर चर्चा का आयोजन किया गया। जिसमें वक्ताओं ने आधुनिक चिकित्सा पद्धति में ज्योतिष और वास्तु शास्त्र के महत्व पर विभिन्न विद्वानों ने अपने विचार रखें। चिकित्सक डॉ. प्रमोद कुमार सिन्हा ने बताया कि संतुलित खान-पान के द्वारा शरीर को स्वस्थ रख सकते हैं। खानपान में हरी पत्तेदार सब्जियां फल और मोटे अनाज जरूरी है। डॉ विजय कुमार करण ने बाल चिकित्सा पर आधारित मेडिकल साइंस और वस्तु पर चर्चा करते हुए बच्चों को स्वस्थ रखने का टिप्स दिया। महासम्मेलन के दौरान ज्योतिष वास्तु विज्ञान के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने पर एस्ट्रोलॉजिकल पॉइंट गया चैप्टर के अध्यक्ष डॉ. प्रमोद कुमार सिन्हा को केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड प्रदान कर सम्मानित किया। वहीं नगर निगम के मेयर गणेश पासवान व पूर्व डिप्टी मेयर मोहन श्रीवास्तव ने संयुक्त रूप से अपने संबोधन के दौरान कहा कि ज्ञान और मोक्ष धरती गयाजी में वास्तु व ज्योतिष महासम्मेलन का आयोजन होना और देश विदेश से आए ज्योतिष व वास्तु विद्वान एकजुट होकर शामिल हुए। यह यह हमारे लिए भी गर्व की बात है। इस अवसर पर जहानाबाद सांसद सुरेंद्र प्रसाद यादव, महापौर वीरेंद्र कुमार उर्फ गणेश पासवान, पूर्व उपमहापौर डॉ. अखौरी ओंकार नाथ उर्फ मोहन श्रीवास्तव, संरक्षक डॉ. डीके सहाय, डॉ विजय कुमार करण, डॉ प्रमोद कुमार सिन्हा, हरि प्रपन्ना, सिद्धीनाथ विश्वकर्मा, श्याम भंडारी, संजय कुमार सिंह, अनिल कुमार जैन, आचार्य हरीश मलिक, डॉ सुरेश अथवे, पुनीत वोला, अनीता जायसवाल, आचार्य प्रवीण कुमार सोनी, पं बृजभूषण शर्मा, प्रो अशोक भाटिया, डॉ. नंद किशोर पुरोहित, पं ललित शर्मा, आचार्य हर्षवर्धन भास्कर, तरुण कुमार, आलोक भदानी, संजय भदानी, सोनू सिंह, सत्येंद्र कुमार सिंह, मनोज कुमार सिन्हा, डॉ राकेश कुमार सिन्हा रवि समेत बड़ी संख्या में देश भर के वास्तु विशेषज्ञ, विद्वान और ज्योतिषविद उपस्थित हुए। कार्यक्रम का संचालन मिस यूनिवर्स  सिमरन आहूजा ने किया।

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