
गाजियाबाद। मॉडल टाउन ईस्ट स्थित राष्ट्रीय सैनिक संस्था मुख्यालय पर प्रदूषण की बढ़ती समस्या और उसके समाधान पर चर्चा के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता वीर चक्र प्राप्त कर्नल तेजेन्द्र पाल त्यागी ने की। कर्नल त्यागी ने बताया कि वायु प्रदूषण, खासकर पीएम 2.5 कणों के कारण बच्चों के फेफड़ों की कार्यक्षमता तेजी से घट रही है। उन्होंने कहा कि अमेरिका में पीएम 2.5 का सुरक्षित स्तर 20 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर है, जबकि भारत में यह सीमा 60 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रखी गई है, जो सुरक्षित स्तर से तीन गुना अधिक है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदूषण नियंत्रण इकाइयां नियमों का पालन करने में असफल रही हैं और तकनीकी सहायता देने में भी विफल रही हैं। कर्नल त्यागी ने सुझाव दिया कि इन इकाइयों में पूर्व सैनिकों को तैनात किया जाना चाहिए, क्योंकि पूर्व सैनिक अनुशासन, ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा के प्रतीक होते हैं। उन्होंने कहा कि औद्योगिक इकाइयों पर निगरानी रखने के लिए पूर्व सैनिकों को जिम्मेदारी दी जानी चाहिए, ताकि प्रदूषण फैलाने वाली फैक्ट्रियों पर सख्ती से अंकुश लगाया जा सके। बैठक में जन जागरूकता अभियान, अनुसंधान एवं विकास, पर्यावरणीय सलाहकारों की भूमिका, व्यापक योजनाओं का निर्माण और प्रदूषण नियंत्रण इकाइयों द्वारा एनओसी (अनापत्ति प्रमाणपत्र) जारी करने जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी चर्चा हुई। इस अवसर पर के.आर. वोहरा, एच.एफ.ओ. रमजित सिंह, एच.एफ.ओ. देवेंद्र चौबे, डॉ. राजीव श्रीवास्तव, राज कुमार त्यागी, कैप्टन गोपाल सिंह, धीरेन्द्र कुमार दास, भुवनेश्वर पांडे, गणेश पंचाल, ज्ञान सिंह, आर.के. गर्ग, गौरव बंसल, संजय शर्मा, मंजु घई, अंजु शर्मा, मोनिका गोयल, संजय गौर, राहिल कसर, उषा राणा, राज सिंह राणा और स्वाति बंसल सहित कई गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।