

● जल संरक्षण के लिए युवाओं को मिला विशेष संदेश
गाजियाबाद। नेहरू युवा केंद्र गाजियाबाद, माय भारत गाजियाबाद तथा युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय, भारत सरकार के संयुक्त तत्वावधान में डायमंड पब्लिक स्कूल, टीला, लोनी में विश्व जल दिवस का भव्य आयोजन किया गया। इस अवसर पर केंद्र के उपनिदेशक श्री देवेंद्र कुमार और स्कूल की प्रधानाचार्य श्रीमती गरिमा शर्मा ने प्रमुख भूमिकाएँ निभाईं। विश्व जल दिवस का महत्व उपनिदेशक देवेंद्र कुमार ने बताया कि 1992 में रियो डी जनेरियो, ब्राजील में आयोजित संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन के दौरान स्वच्छ जल संकट पर विचार विमर्श हुआ था, जिसके पश्चात् 1993 से हर वर्ष 22 मार्च को विश्व जल दिवस मनाया जा रहा है। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य सभी देशों में स्वच्छ एवं सुरक्षित जल की उपलब्धता सुनिश्चित करना और जल संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाना है। इस वर्ष ग्लेशियर संरक्षण पर भी विशेष ध्यान दिया गया, क्योंकि बढ़ते वैश्विक तापमान के कारण ये महत्वपूर्ण जल स्रोत सिकुड़ते जा रहे हैं। स्थानीय चुनौतियाँ और समाधान देवेंद्र कुमार ने ग्रामीण क्षेत्रों में पीने के जल के दुरुपयोग की ओर संकेत करते हुए बताया कि अधिकतर लोग अभी भी सीधे पानी के उपयोग के लिए समर्सीबल पंप का प्रयोग करते हैं। उन्होंने आग्रह किया कि अब समय आ गया है कि घरों में पानी की टंकी लगाकर उसे भरकर जरूरत अनुसार उपयोग किया जाए, ताकि जल का अपव्यय रोका जा सके। साथ ही, युवाओं से जल संरक्षण एंबेसडर बनकर समाज में जागरूकता फैलाने का अनुरोध किया गया। प्रधानाचार्य का संदेश प्रधानाचार्य श्रीमती गरिमा शर्मा ने कहा, हमें आने वाली पीढ़ी को देखते हुए स्वच्छ जल का संरक्षण अत्यंत आवश्यक है। वर्षा जल भी एक कीमती स्रोत है जिसे संरक्षित किया जाना चाहिए। जल है तो कल है और जल ही जीवन है।उनके इन शब्दों ने उपस्थित सभी में गहरी छाप छोड़ी। सांस्कृतिक कार्यक्रम में जुड़ा उमंग कार्यक्रम में छात्राओं द्वारा जल संरक्षण पर आधारित नाटक प्रस्तुत किया गया, जिसमें खुशी, सुभी, राधिका आदि ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। प्रतिभागियों को मेडल और सर्टिफिकेट से सम्मानित किया गया। साथ ही, अध्यापिकाओं – संगीता नगर, सीमा रानी, लता कश्यप, दीपशिखा मीनाक्षी, सावित्री, दिव्या तथा प्रिया – को स्मृति चिन्ह प्रदान कर उनके योगदान को सराहा गया। युवा साथी विशाल ने भी कार्यक्रम में अहम भूमिका निभाई।