भाजपा शासित एक भी राज्य नहीं है जो दस साल में बजट को ढाई गुना बढ़ाया हो और ऋण-जीडीपी को 50 फीसद कम किया हो- आतिशी



दिल्ली – जनता से किए तमाम वादों को पूरा करने से बचने के लिए अभी से बहाने ढूंढने में जुटी भाजपा पर आम आदमी पार्टी की वरिष्ठ नेता और नेता प्रतिपक्ष आतिशी ने रविवार को करारा हमला बोला। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकारी खजाना खाली होने का बहाना न बनाए। जनता ने उसे जनादेश दिया है और अब वह वालों से किए अपने सारे वादे पूरा करे। उन्होंने कहा कि दस साल के शासन के बाद आम आदमी पार्टी ने भाजपा को आर्थिक रूप से विकसित और एक मजबूत सरकार सौंपी है। हमने 10 साल में दिल्ली का बजट 30 हजार करोड़ से ढाई गुना बढ़ाकर 77 हजार करोड़ रुपए तक पहुंचा दिया है। भाजपा शासित एक भी राज्य नहीं है, जो दस साल में अपने बजट को ढाई गुना बढ़ा दिया हो और ऋण-जीडीपी अनुपात को 50 फीसद कम किया हो। दिल्ली की पूर्व सीएम आतिशी ने कहा कि मेरी यह अपेक्षा थी कि जिस दिन भाजपा की सरकार बनेगी वह सरकारी खजाना खाली होने का बहाना बनाकर अपने तथाकथित वादों और गारंटी को पूरा करने से बचेगी। भाजपा ने जो वादे दिल्लीवालों को किए, उनको पूरे नहीं करने के लिए ये लोग कोई न कोई बहाने जरूर बनाएंगे। इसलिए भाजपा की सरकार बनने से पहले और नई मुख्यमंत्री की शपथ लेने से पहले ही मैंने दिल्ली और पूरे देश के सामने दिल्ली के सरकारी खजाने के आंकड़े रख दिए थे। उन्होंने बताया कि 2015 में जब दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार बनी थी, तब दिल्ली का कुल बजट मात्र 30 हजार करोड़ रुपए था। दिल्ली का बजट उसके अपने रिवेन्यू से आता है। हमारे अपने जीएसटी, एक्साइज कलेक्शन से आता है। दिल्ली को केंद्र सरकार से एक रुपया भी नहीं मिलता है। दस साल तक आम आदमी पार्टी ने अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में एक ईमानदार और कुशल सरकार चलाई। इसके परिणाम स्वरूप दिल्ली का जो बजट 2015 में 30 हजार करोड़ रुपए का था वह 2024-25 तक 77 हजार करोड़ रुपए का हो गया।यानी दस साल में दिल्ली का बजट 30 हजार करोड़ रुपए से बढ़कर 77 हजार करोड़ रुपए तक पहुंच गया। 10 साल में दिल्ली का बजट ढाई गुना से भी ज्यादा बढ़ गया है। आतिशी ने भाजपा को चैलेंज देते हुए कहा कि वह दिल्ली के अलावा अपने द्वारा शासित 20 राज्यों में से कोई भी एक राज्य बता दें, जहां 10 साल में उनकी सरकार का बजट ढाई गुना बढ़ गया हो। देश में भाजपा की कोई ऐसी सरकार नहीं है। किसी भी सरकार का वित्तीय स्वास्थ्य उसके ऋण-जीडीपी अनुपात से मापा जाता है। यानि उस राज्य के जीडीपी के अनुपात में उस सरकार के ऊपर कितना कर्ज है? दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार ने दिल्ली के ऋण-जीडीपी अनुपात को आधा कर दिया है। पिछली सरकार से हमें 6 फीसद से ज्यादा ऋण-जीडीपी अनुपात मिला था। इसे आम आदमी पार्टी की सरकार ने मात्र तीन फीसद कर दिया। हमने दिल्ली को आज देश में सबसे कम ऋण-जीडीपी अनुपात पर लाकर खड़ा कर दिया है। उन्होंने कहा कि 2022 की कैग रिपोर्ट में यह स्पष्ट लिखा है कि दिल्ली सरकार देश की एकमात्र ऐसी सरकार है जो 2015 से लेकर आजतक मुनाफे में चल रही है। देश में कोई और ऐसी सरकार नहीं है। आम आदमी पार्टी ने अपने 10 साल के शासन के बाद भाजपा को एक आर्थिक रूप से विकसित और मजबूत सरकार सौंपी है। मेरा भाजपा से निवेदन है कि दिल्ली की जनता ने बहुत भरोसा करके उसे जनादेश दिया है। भाजपा बहाने न बनाएं, दिल्ली की लोगों ने उसपर जो भरोसा दिखाया है, वह उन वादों को पूरा करे।

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