अंतर छात्रावास प्रतियोगिता 2025 के तहत किया गया डिक्लेमेशन प्रतियोगिता का आयोजन


मेरठ। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ के सभी आठ छात्रावासों के बीच आयोजित अंतर छात्रावास प्रतियोगिता 2025 के तहत शनिवार को डिक्लेमेशन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता का उद्देश्य विद्यार्थियों में आत्मविश्वास बढ़ाना और उन्हें प्रभावी तरीके से अपने विचार व्यक्त करने का मंच देना था। प्रतियोगिता में प्रतिभागियों को तीन मिनट का समय दिया गया, जिसमें उन्होंने दो विषयों में से किसी एक पर अपने विचार प्रस्तुत किए समाज पर सोशल मीडिया का प्रभाव और कृत्रिम बुद्धिमत्ता की नैतिकता। छात्रों ने तर्क, उदाहरण और शोध आधारित तथ्यों के साथ अपने विचार प्रस्तुत किए, जिससे कार्यक्रम ज्ञानवर्धक और रोचक बना। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे मुख्य छात्रावास अधीक्षक प्रोफेसर दिनेश कुमार ने विजेता प्रतिभागियों को बधाई देते हुए कहा, “इस प्रकार की प्रतियोगिताएं छात्रों के व्यक्तित्व विकास के लिए बहुत आवश्यक हैं। इससे न केवल उनकी सोचने और बोलने की क्षमता में सुधार होता है, बल्कि वे सामाजिक और तकनीकी मुद्दों पर गहरी समझ भी विकसित कर पाते हैं।” शनिवार के कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. योगेंद्र गौतम, वरिष्ठ सहायक प्रोफेसर, भौतिकी विभाग ने प्रतिभागियों का मार्गदर्शन करते हुए अपने वक्तव्य में कहा कि  “विश्वविद्यालय के छात्रावासों  में इस प्रकार की बौद्धिक प्रतियोगिताएं छात्रों के समग्र विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। डिक्लेमेशन जैसी गतिविधियां न केवल उनकी अभिव्यक्ति क्षमता को निखारती हैं, बल्कि उनमें तार्किक सोच और आत्मविश्वास भी विकसित करती हैं। आज के प्रतिस्पर्धी युग में, छात्रों के लिए यह आवश्यक है कि वे सामाजिक और तकनीकी विषयों पर गहरी समझ विकसित करें और अपने विचार प्रभावी ढंग से प्रस्तुत करें। इस आयोजन में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों ने शानदार प्रस्तुति दी, जो उनके ज्ञान और तैयारी को दर्शाता है। मैं विजेता विद्यार्थियों को बधाई देता हूं और अन्य सभी को भविष्य में और अधिक प्रयास करने के लिए प्रेरित करता हूं। इस प्रतियोगिता के समन्वयक डॉ. सचिन कुमार और सहसंव्यक डॉक्टर निधि भाटिया, डॉक्टर दिव्या शर्मा थे। निर्णायक मंडल में डॉ. राहुल शर्मा (IBS), डॉ. निधि गुप्ता (अंग्रेजी विभाग) और डॉ. अर्पित छाबड़ा (SCRIET) शामिल रहे, जिन्होंने प्रतिभागियों के वक्तव्यों का मूल्यांकन कर विजेताओं की घोषणा की।आज की प्रतियोगिता में प्रथम स्थान शिवानी धामा, रानी लक्ष्मीबाई छात्रावास ने प्राप्त किया द्वितीय स्थान शगुन बालियान ,दुर्गा भाभी गर्ल्स हॉस्टल तथा तीसरा स्थान उत्कर्ष यादव, पंडित दीनदयाल उपाध्याय छात्रावास ने प्राप्त किया। प्रतिभागियों ने निर्धारित विषयों पर अपने विचार प्रस्तुत किए। “सोशल मीडिया का समाज पर प्रभाव” विषय पर विचार व्यक्त करते हुए उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया आज की युवा पीढ़ी के लिए सूचना और संचार का एक महत्वपूर्ण माध्यम बन चुका है, लेकिन इसके अति प्रयोग से मानसिक तनाव, गलत सूचना का प्रसार और सामाजिक मूल्यों में गिरावट जैसी चुनौतियां सामने आ रही हैं। इसका जिम्मेदारी से उपयोग करना आवश्यक है ताकि यह समाज के विकास में सहायक बने। “कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) की नैतिकता” विषय पर चर्चा करते हुए विद्यार्थियों ने कहा कि AI ने कई क्षेत्रों में क्रांति ला दी है, लेकिन इसके नैतिक पहलू भी महत्वपूर्ण हैं। यह प्रश्न उठता है कि क्या AI मानवीय मूल्यों को सुरक्षित रख पाएगा, या यह भेदभाव और गलत निर्णयों का कारण बनेगा? इस तकनीक का विकास इस तरह किया जाना चाहिए कि यह मानवता के हित में कार्य करे और नैतिक सीमाओं का पालन करे। हॉस्टल आवासीय छात्र आदर्श उपाध्याय और छात्रा शिवांशी तोमर ने शानदार मंच संचालन किया। कार्यक्रम में  डॉ वाय पी सिंह,इंजीनियर प्रवीन पवार,डॉ. सी.पी. सिंह , डॉ वंदना राणा आदि छात्रावास अधीक्षक एवं सहायक वार्डन सहित हॉस्टल स्टाफ एवं छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।

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