
गुलावठी – देवनागरी महाविद्यालय में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के अवसर पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. योगेश कुमार ने की। अध्यक्षीय सम्बोधन में प्राचार्य प्रो. योगेश कुमार ने नेताजी के जीवन और स्वतंत्रता संग्राम में उनके योगदान पर अपने विचार प्रस्तुत किए। उन्होंने नेताजी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए सभी छात्रों और शिक्षकों को उनके आदर्शों पर चलने का आह्वान किया। मुख्य वक्ता डॉ. अवधेश कुमार सिंह ने नेताजी की देशभक्ति, अदम्य साहस और त्याग के आदर्शों पर प्रकाश डालते हुए युवाओं को उनसे प्रेरणा लेने का संदेश दिया। श्री अतुल तोमर ने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस का जीवन हमें साहस और संकल्प की शिक्षा देता है। उनका ‘तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा’ का नारा युवाओं के लिए आज भी प्रेरणादायक है। श्री शशि कपूर ने नेताजी के विचारों को रेखांकित करते हुए कहा कि नेताजी ने न केवल आजादी के लिए संघर्ष किया बल्कि एक स्वाभिमानी और आत्मनिर्भर भारत का सपना भी देखा। कार्यक्रम में उपस्थित सभी ने नेताजी को श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके आदर्शों को अपने जीवन में अपनाने का संकल्प लिया।
