
नई दिल्ली – आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने झुग्गीवालों से झूठे वादे कर रहे भाजपा नेता और केंद्रीय गृहमंत्री को बड़ा चैलेंज किया है। उन्होंने कहा कि अमित शाह 24 घंटे के अंदर झुग्गीवालों के उपर चल रहे सभी केस वापस लें, जिनकी झुग्गियां तोड़ी हैं, उनको पुरपानी जगह पर दोबारा बसा दें तो मैं चुनाव नहीं लड़ूंगा। अगर भाजपा ऐसा नहीं करती है तो मैं चुनाव भी लड़ूंगा और ढाल बनकर झुग्गीवालों के लिए खड़ा रहूंगा। फिर देखता हूं इन्हें कौन उजाड़ता है? उन्होंने कहा कि पिछले 10 साल में भाजपा ने कई झुग्गियों को तोड़ा और 3 लाख से अधिक लोगों को बेघर किया। मैं दिल्ली का सीएम था, इस वजह से शकूरबस्ती समेत कई झुग्गियां बचा पाया। इन लोगों ने हर झुग्गी का प्रोजेक्ट बना रखा है कि कौन सी झुग्गी किसे देनी है। अगर झुग्गीवाले भाजपा को वोट देते हैं तो यह उनके लिए अपनी आत्महत्या के ऊपर साइन करने जैसा होगा। जब भी झुग्गीवालों पर मुसीबत आएगी, मैैं छोटा भाई बनकर उनके बीच खड़ा रहूंगा- केजरीवाल रविवार को ‘‘आप’’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल शकूरबस्ती के रेलवे झुग्गी कैंप का दौरा किए। इस दौरान उनके साथ शकूरबस्ती से ‘‘आप’’ के प्रत्याशी सत्येंद्र जैन समेत अन्य नेता भी थे। यहां अरविंद केजरीवाल झुग्गियों में रह रहे लोगों से मुलाकात की और उनको भाजपा की साजिशों के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि मेरा झुग्गी वालों से कोई चुनाव का रिश्ता नहीं है, मैं उनके पास चुनाव में वोट मांगने नहीं आता हूं। मैं उनके पास तब आता हूं, जब उनके ऊपर कोई मुसीबत होती है। दिसंबर 2015 में कोई चुनाव नहीं था। मैं रात को जब 2 बजे आया था तब झुग्गी तोड़ने के लिए कई बुलडोजर खड़े थे। मैंने लोगों की झुग्गियां टूटने से बचाई थीं। ऐसे ही जब भी झुग्गी वालों पर कोई मुसीबत आएगी तो मैैं छोटा भाई बनकर उनके बीच में खड़ा रहूंगा भाजपा अमीरों की पार्टी हैं, इनको सिर्फ झुग्गीवालों के वोट और उनकी जमीनें चाहिए- केजरीवाल अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जैसे-जैसे दिल्ली विधानसभा का चुनाव नजदीक आते जा रहा है, भाजपा का झुग्गीवालों के प्रति मोहब्बत बढ़ती जा रही है। भाजपा के नेता झुग्गियों में जाकर सो रहे हैं। इससे पहले पांच-दस साल नहीं सोए। पिछले महीने भर से भाजपा के नेता झुग्गियों में जाकर सो रहे हैं। इनको झुग्गीवालों से प्यार नहीं है। भाजपा तो अमीरों की पार्टी हैं। इनको झुग्गीवालों से क्या लेना-देना है। ये लोग तो झुग्गीवालों को कीड़े-मकोड़े समझते हैं। इनको चुनाव में झुग्गीवालों के वोट चाहिए और चुनाव के बाद झुग्गीवालों की जमीन चाहिए। इनको झुग्गीवालों के वोट और उनकी जमीन से प्यार है। मैं राजनीति में जनता और देश के मान-सम्मान के लिए आया- केजरीवाल अरविंद केजरीवाल ने कहा कि शनिवार को अमित शाह ने दिल्ली के कई इलाकों से झुग्गीवालों को बुलाया था। वहां अमित शाह ने चुन-चुन कर मुझे गालियां दीं। अमित शाह देश के गृहमंत्री और गृहमंत्री के पद की एक गरिमा होती है। एक गृहमंत्री जो शब्द इस्तेमाल करता है, उसकी मर्यादा रहनी चाहिए। लेकिन अमित शाह ने मेरे खिलाफ जिन शब्दों का चयन किया, उसे सुनकर किसी भी सभ्य आदमी को शर्म आएगी। मुझे गृहमंत्री अमित शाह से कोई द्वेष नहीं है, वह जो कहना चाहें, कहें। मैं राजनीति में अपने मान-सम्मान के लिए नहीं आया। मैं राजनीति में जनता और देश के मान सम्मान के लिए आया हूं। लेकिन अमित शाह ने जिस तरह दिल्ली के झुग्गीवालों से झूठ बोला और उनको गुमराह करने की कोशिश की, आज हम उनके झूठ का पर्दाफाश करने के लिए आए हैं। हम यह बताने आए हैं कि कैसे भाजपा दिल्ली के झुग्गीवालों को गुमराह करने की कोशिश कर रही है। भाजपा वाले झुग्गीवालों की जमीनों को अपने दोस्त को देना चाहते हैं।भाजपा ने 11 साल में 4 लाख झुग्गीवालों के लिए सिर्फ 4700 मकान बनाए, ऐसे तो एक हजार साल लग जाएंगे। भाजपा वाले दिल्ली चुनाव खत्म होने के तुरंत बाद इन झुग्गियों को तोड़ देंगे। भाजपा ने 2015 में रेलवे कैंप झुग्गी को तोड़ने की कोशिश की थी, लेकिन मैंने टूटने नहीं दी। इन लोगों ने दिल्ली की हर झुग्गी को तोड़ने की प्लानिंग कर रखी है अरविंद केजरीवाल ने अमित शाह को चैलेंज देते हुए कहा कि अमित शाह शनिवार को झुग्गी वालों से बड़े-बड़े वादे करकेे गए थे कि वह झुग्गी वालों को मकान देंगे। मैं इन्हें चुनौती देता हूं कि पिछले 10 साल में आपने जितने झुग्गी वालों को बेघर किया है, वह सारे केस कोर्ट में हैं, उन सारे केसों को अगले 24 घंटे में वापस ले लो। दिल्ली के जितने झुग्गी वालों के खिलाफ आपने केस कर रखे हैं, उन्हें वापस ले लो। कोर्ट के अंदर एफिडेविट फाइल कर दो कि दस साल में हमने जितनी झुग्गियां तोड़ी हैं, उन्हें वापस लाकर वहीं बसाएंगे, जहां से हमने झुग्गियां तोड़कर हटाई थीं। सभी लोगों को उनके घरों में वापस ले आओ। आपने जिन-जिन लोगों को उजाड़ा था, जब तक उन सभी को वापस उसी जमीन पर लाकर उनके पक्के मकान नहीं बन जाते मैं चुनाव नहीं लडूंगा। मुझे चुनाव से कोई लेना-देना नहीं है। यह काम करके दिखाओ, झूठ मत बोलो, लोगों से फरेब मत करो। मैं एक आम आदमी हूं। मैं इन्हीं लोगों की वजह से राजनीति में आया था। अगर मेरी वजह से इन लोगों की जान और घर बच जाते हैं तो मेरा चुनाव से क्या लेना-देना है। आप इनके मकान बनाकर दिखाओ मैं चुनाव नहीं लड़ूंगा। अगर ये ऐसा नहीं करते हैं तो मैं चुनाव लड़ूंगा और मैं इनके लिए ढाल बनकर खड़ा रहूंगा। मैं देखता हूं कि भाजपा वाले इनकी झुग्गियां कैसे तोड़ते हैं।