मेरठ के मवाना थाने में कुछ दिन पूर्व मंदिर कब्जे की शिकायत को लेकर सपा और भाजपा के नेताओं ने जमकर बवाल किया था । पुलिस के सामने महिलाओं को गाली दी गई । इसके बाद पुलिस ने सत्ता पक्ष से जुड़े लोगों को हवालात में डाल दिया था हालांकि उसी देर रात उन्हें थाने से रिहा भी कर दिया था । जिसके बाद सत्ता पक्ष से जुड़े कुछ लोगों ने एसएसपी विपिन टाडा पर प्रेशर बनाकर भाजपा नेताओं को हवालात दिखाने वाले दो दरोगाओं को लाइन हाजिर करवा लिया । दरोगाओं के लाइन हाजिर करने पर पुलिस महकमें के लोग ही एसएसपी की कार्रवाई पर सवाल उठाने लगे थे। अब एसएसपी विपिन टाडा ने मवाना थाना परिसर में महिलाओं को गाली देने वाले एक दर्जन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। इस एफआईआर में नामजद कुछ लोग सत्ता पक्ष से जुड़े हैं और एक राज्यमंत्री के नजदीकी भी बताएं जा रहे हैं । मंदिर कब्जे , बदसलूकी करने के इन मामलों में दोनों तरफ तीन एफआईआर दर्ज की गई है जिनमें 2 एफआईआर बीजेपी पक्ष के नेताओं की तहरीर पर दर्ज हुई है जबकि एक एफआईआर सपा पक्ष की महिला की शिकायत पर दर्ज हुई है। एसएसपी की इस कार्रवाई से जनपद में साफ संदेश दे दिया गया है कि कानून को हाथ में लेने वाले लोगों को एसएसपी कतई भी छोड़ने वाले नहीं है चाहे वह कितनी भी पहुंच वाला व्यक्ति क्यों ना हो । मवाना थाना परिसर में महिलाओं से और पुलिसकर्मियों से बदसलूकी करने वाली यह वीडियो सोशल मीडिया पर भी जमकर वायरल हो रही थी। पुलिस ने सपा नेता की पत्नी साधना गुप्ता की तहरीर के आधार पर बीजेपी नेता सौरभ शर्मा, राजेश अग्रवाल, अजय, आलोक गुप्ता, रोबिन, अमित, अनिता गुप्ता, अनित गुप्ता और गणेशपुर के प्रधान आशु त्यागी व कुछ अज्ञात युवक व महिलाओं के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है।
एसएसपी विपिन टाडा ने बताया कि मवाना में दो पक्षों का झगड़ा चल रहा है । बीते दिनों कुछ लोग मवाना थाने पर एक दूसरे के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने आए और आपस में भी बदसलूकी करने लगे अब इस मामले में दोनों पक्षों की तरफ से एफआईआर दर्ज कर ली गई। मवाना थाना पुलिस को निष्पक्ष कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं जो दोषी होगा उन्हीं के खिलाफ कार्रवाई होगी ।