
ब्यूरो, गुलावठी बुलंदशहर।नगर गुलावठी में श्री रामलीला समिति के तत्वाधान में चल रहे 71 वें श्री रामलीला महोत्सव के पांचवें दिन अहिल्या उदार, गंगादर्शन, फुलवारी लीला का शानदार मंचन किया गया। जिसे देख दर्शक भावविभोर हो गए।जब प्रभु श्रीराम छोटे भाई लक्ष्मण के साथ जंगल से गुजर रहे थे, तभी उन्हें मार्ग में बड़ी शिला दिखाई दी।प्रभु के पूछने पर गुरु विश्वामित्र ने बताया कि भगवन इस शिला को आपकी कृपा का इंतजार है। कृपादृष्टि होने पर श्राप से शिला बनकर खड़ी अहिल्या का उद्धार हो जाएगा। तभी श्रीराम के पैर से स्पर्श होते ही शिला अहिल्या के रूप में बदल जाती है। जनकपुरी के लोग श्रीराम और लक्ष्मण की छवि देखकर मोहित हो जाते हैं और आपस में कहते हैं की यह किस देश के सुंदर राजकुमार हैं।

श्रीराम ने जनकपुर की फुलवारी का भ्रमण किया।जनकपुर के बाजार में बर्तन, कपड़े, फल और कई प्रकार की दुकानें भी सजी थीं। गुरु विश्वामित्र श्रीराम को आज्ञा देते हैं कि जाओ राम और पूजा के लिए वाटिका से फूल तोड़ लाओ। फूल लेने जाते समय प्रभु श्रीराम की भेंट माता सीता से होती है। उन्होंने पति के रूप में पाने के लिए मां गौरी का पूजन किया।रामलीला महोत्सव में समिति के पदाधिकारियों सहित व्यापारियो ने भगवान श्री राम की आरती कर आशीर्वाद लिया।वही इस मौके पर रामलीला समिति के अध्यक्ष सौरव गर्ग उर्फ जुगनू, महामंत्री राजकुमार वर्मा उर्फ राजू, कोषाध्यक्ष मनोज सिंघल उर्फ दाबू,भाजपा पूर्व नगर अध्यक्ष अनिल सिंघल, प्रदीप शर्मा, कुलदीप सिंघल,अजय वर्मा, पुरुषोत्तम चौधरी,हिमांशु गोयल,अनिमेष अगस्तीन, मनोज सहित अन्य भगतगण मौजूद रहे।