खबर का असर…. औषधि विभाग में तैनात महिला अधिकारी का हुआ स्थानांतरण, आनंद विहार में बच्चे द्वारा गाड़ियों को ठोकने पर हुआ था बवाल

हापुड़, प्रवीण शर्मा — जिले में औषधि विभाग में तैनात महिला अधिकरी के बेटे ने 23 जून की रात्रि करीब 10 बजे उस वक्त आनंद विहार स्थित अलकनंदा अपार्टमेंट हड़कम्प मच गया जब एक गाड़ी ने एक न्यू ब्रांड ब्रेजा सहित दो गाड़ियों के परखच्चे उड़ा दिए। जब तेज आवाज सुनकर अपार्टमेंट में रह रहे लोगों ने बाहर आकर देखा तो एक नाबालिक बच्चे को उसके माता पिता गाड़ी चलाना सिखा रहे थे। गाड़ी सिखाते वक्त कार अनियंत्रित हो गई और कम्पाउड़ में खड़ी अन्य गाड़ियों में जोरदार टक्कर मार दी। जिससे तीनों गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गयी। जब क्षतिग्रस्त गाड़ियों के स्वामियों ने इस की शिकायत कि तो महिला अधिकारी व अधिकारी पति से की तो उन्होंने ने अपने पद व रसूक का रौब दिखाते हुए लोगों को उल्टा ही धमकाना शुरू कर दिया। जिससे भयभीत होकर किसी भी क्षतिग्रस्त वाहन स्वामियों ने कोई शिकायत दर्ज नही कराई। वही अधिकारी पति—पत्नी ने मीड़िया को मैनेज करने के लिए अपने आॅफिस की दलाली करने वाले गुर्गो को सक्रिय कर दिया। गुर्गो ने भी बड़ी जिम्मेदारी निभाने का परिचय देते हुए। मामले को मैनेज करने का प्रयास किया। वही गुर्गो की मेहनत पर जब पानी फिर गया जब उक्त घटना सोशल मीड़िया पर वायरल हो गई। और कई समाचार पत्रों की सुरखियां बन गई और लखनऊ में बैठे उच्च अधिकारियों के संज्ञान में आ गई। महिला अधिकारी जिले में तो अपने ऊपर किसी भी कार्रवाई से बच गई। मगर शासन ने उनका स्थानांतरण लखनऊ कर दिया। वही जब उक्त मामले में जिले के उच्चधिकारियों से वार्ता की गई तो उन्होंने स्थानांतरण को रूटीन वर्क बताया। पूरे प्रदेश में स्थानांतरण सबंधित कार्य हो रहे। मगर आनंद विहार स्थित अलंकनंदा अपार्टमेंट में रह रहे लोग इसे सोशल मीड़िया की ताकत बता रहे है।

क्या था हिट एण्ड रन का पूरा मामला…..

नगर कोतवाली क्षेत्र के आनंद विहार स्थित अलकनंदा अपार्टमेंट कम्पाउड़ में अधिकारी पति—पत्नी के नाबालिग बेटे का कार से कोहराम मचाने का ​वीडियों सोशल मीड़िया पर वायरल हुआ था। जिसमें नाबालिग ने कार से कम्पाउड़ में खड़ी तीन गाड़ियों को टक्कर मारकर परखच्चे उड़ा दिए। गनीमत रही उस वक्त गाड़ियों में कोई मौजूद नही था। नही तो बड़ा हादसा भी हो सकता था। अलकनंदा अपार्टमेंट कम्पाउड़ में रहने वाले व्यापारी सुशील सिंहल बताया कि औषधि विभाग में तैनात अधिकरी का 10 वर्षीय बेटे राजकुमार (काल्पनिक नाम) नाबालिग बेटे को कार से आनंद विहार स्थित अलकनंदा अपार्टमेंट कम्पाउड़ में 23 जून की रात्रि करीब 10 बजे अपने औषधि विभाग में तैनात महिला अधिकरी पति संग गाड़ी चलाना सिखा रही थी। ड्राईविगं के दौरान नाबालिग बेटे की कार से नियंत्रण खो दिया। इस दौरान कार बैक गैयर में दौड़ गई। जिससे कैम्पस में खड़ी तीन अन्य कारों में जबरदस्त टक्कर मार दी। हादसे के दौरान हड़कम्प मच गया। इस दौरान कई बच्चे व महिलाएं बाल-बाल बच गई। इस लापहरवाही के कारण अलकनंदा अपार्टमेंट में खड़ी न्यू ब्रेजा,वेगनार,एक्सएलसिक्स कारें छतिग्रस्त हो गई। अधिकारी पति—पत्नी के रसूक के डर से अलकनंदा अपार्टमेंट में रहने वाले लोगों ने उस वक्त घटना की सूचना पुलिस को नहीं दी। क्योंकि मामला अधिकारी पति—पत्नी के बेटे से जुड़ा होने के चलते अपार्टमेंट में रहने वाले लोगोंं ने पुलिस या किसी अधिकारी से शिकायत करने की हिम्मत नही जुटाई। जिसके चलते पुलिस भी मामले में कोई कार्रवाई नही कर पाई।