इंतजार खत्म: नए साल में साइबर थाने की जनपद को मिलेगी सौगात

गाजियाबाद। साइबर अपराधों के शिकार होने वाले लोगों को नए साल में बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है। यूं कहे कि इंतजार खत्म, नए साल में साइबर थाने की जनपद को सौगात मिल सकेगी। पुलिसिंग व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त करने के लिए नए साल में 11 नए थानों के खोले जाने की भी उम्मीद है। प्रदेश शासन से फिलहाल इन नए 11 थानों के लिए प्रस्ताव पर जमीन मिलने के बाद मुहर लगेगी। दरअसल, जिले में पिछले नवंबर-2022 को कमिश्नरेट प्रणाली लागू होने के बाद जिले में आबादी के हिसाब से थानों की संख्या बढ़ाने की कवायद शुरू हो गई थी। इसी क्रम में कमिश्नरेट के तीनों जोन में 11 नए थानों का प्रस्ताव तैयार कर शासन को पिछले दिनों भेज दिया गया था। शासन को भेजे गए इन थानों के प्रस्ताव में सिटी जोन, ट्रांस हिंडन जोन क्षेत्र में चार-चार और ग्रामीण जोन क्षेत्र में तीन नए थानों का प्रारूप तैयार किया गया।

इन थानों के लिए जमीन न मिलने के चलते शासन में प्रस्ताव फिलहाल अटका हुआ हैं। पुलिस कमिश्नर अजय कुमार मिश्र की मानें तो सात थानों के लिए जमीन देख ली गई है। नए साल में बाकी थानों के लिए जमीन चिन्हित कर ली जाएगी ।इसके बाद सभी 11 नए थानों को शासन से हरी झंडी मिल जाएगी। पुलिस कमिश्नर अजय कुमार मिश्र ने बताया कि नए साल-2024 में जिले में साइबर थाना शुरू हो जाएगा। इसके लिए सभी प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। वहीं, नए थाने शुरू करने की प्रक्रिया भी शुरू करने के लिए जमीन चिन्हित कर जल्द खोले जाएंगे। वहीं, डायल-112 का रिस्पांस टाइम छह मिनट से कम करने का लक्ष्य है। महिला और बाल अपराध में शत-प्रतिशत कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।

यह होंगे नए थाने

सिटी जोन में कविनगर थाने से काटकर अवंतिका थाना, विजयनगर थाने से काटकर सिद्धार्थ विहार थाना, सिहानी गेट थाने का क्षेत्र काटकर लोहियानगर थाना और नंदग्राम थाने का हिस्सा काटकर राजनगर एक्सटेंशन थाना बनाने का प्रस्ताव भेजा गया है। वहीं, ट्रांस हिंडन जोन में खोड़ा थाने से काटकर नेहरू गार्डन चौकी को थाना बनाना, इस थाने का हालांकि नाम दामोदर विहार होगा। इंदिरापुरम से काटकर वसुंधरा थाना बनाया जाएगा। साहिबाबाद थाने से काटकर रामपार्क थाना बनेगा। इसके अलावा इस क्षेत्र में एक ओर नया थाना प्रस्तावित किया गया है। ग्रामीण जोन क्षेत्र में मुरादनगर थाने से काटकर गंगनहर थाना, मोदीनगर और निवाड़ी से काटकर इंद्रापुरी थाना और लोनी में रेलवे लाइन की सीमा बनाकर बंथला थाने का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा गया हैं।डॉयल-112 का होगा।

छह मिनट से कम होगा रेस्पांस टाइम

पुलिस कमिश्नर की मानें तो गाजियाबाद पुलिस डॉयल-112 के रेस्पांस टाइम में प्रदेश में 10वें नंबर पर थी। पुलिस कमिश्नर ने इसका टाइम कम करने के लिए कार्ययोजना तैयार की। इसके बाद मई-2023 में गाजियाबाद पुलिस प्रदेश में पहले स्थान पर आई। तब से लगातार रेस्पांस टाइम के मामले में पुलिस पहले पायदान पर बनी हुई हैं। पिछले माह पुलिस का रेस्पांस टाइम 6:35 मिनट था। नए साल के पहले ही माह में रेस्पांस टाइम छह मिनट से कम करने का लक्ष्य पूरा कर लिया जाएगा। वहीं, महिला व बच्चों संग होने वाले अपराधों के खिलाफ पुलिस ने पूर्व के वर्षों में 65 फीसद तक कार्रवाई की थी। लेकिन पुलिस कमिश्नरेट में यह प्रतिशत 65 से बढ़कर 94 प्रतिशत हो गया। नए साल में महिला और बाल अपराध में शत-प्रतिशत की कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट को छोड़कर जिले के अन्य 25 थानों में घरेलू हिंसा और पारिवारिक विवाद के मामले दर्ज किए जाते हैं।

इन मामलों को दर्ज करने से पहले दोनों पक्षों में काउंसलिंग के जरिए समझौते का प्रयास किया जाता है। परिवार परामर्श केंद्र में काउंसलिंग होती है। महिलाओं की परेशानी को देखते हुए पुलिस कमिश्नर की पहल पर गाजियाबाद में 20 पिंक पुलिस बूथों पर परिवार परामर्श केंद्र खोलने का निर्णय लिया गया था। नए साल के जनवरी महीने में काउंसलर चिन्हित कर परामर्श केंद्रों को शुरू किया जाएगा। वहीं, मुकदमों की जांच कई वर्षों तक प्रचलित रहने वाले चलन को भी खत्म किया जा रहा है। इसके तहत अधिकांश लंबित विवेचनाएं निस्तारित कर दी गई हैं। अगले साल जून माह तक लंबित सभी मामले निस्तारित कर दिए जाएंगे। जून के बाद ऐसी व्यवस्था की जाएगी कि कोई भी मामला तीन माह से अधिक तक लंबित नहीं रह पाएगा। इसको लेकर पुलिस अधिकारी लंबित केस खत्म करा रहे हैं।