जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर शुक्रवार को खुशहाल परिवार दिवस का आयोजन किया गया। जहां परिवार नियोजन के साधनों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए दम्पति काउंसलिंग की गई और साधन मुहैया भी कराए गये। इस दौरान साझा प्रयास नेटवर्क की ओर से सुरक्षित गर्भ समापन के विषय में जानकारी दी। इस अवसर पर 25 महिलाओं ने नसबंदी अपनायी। सौ महिलाओं ने कॉपर टी, 20 महिलाओं ने पोस्ट पार्टम इंट्रायूटेराइन कॉन्ट्रासेप्टिव डिवाइस (पीपीआईयूसीडी) और 124 महिलाओं ने त्रैमासिक गर्भनिरोधक इंजेक्शन अंतरा पर भरोसा जताया। 225 महिलाओं को छाया गोली वितरित की गयी।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अखिलेश मोहन ने बताया कि जिला महिला अस्पताल समेत सभी सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर दंपति को परिवार नियोजन संबधी जानकारी दी गई और परिवार नियोजन के साधन भी उपलब्ध कराए गए। खुशहाल परिवार दिवस के आयोजन का प्रमुख उद्देश्य समुदाय में परिवार नियोजन के लिए जागरूकता तथा स्वीकार्यता बढ़ाना है। उन्होंने कहा मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने में परिवार नियोजन सेवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। समुदाय स्तर पर परिवार नियोजन को बढ़ावा देने, इसके प्रति जागरूकता लाने और उनकी स्वीकार्यता बढ़ाने के लिए विभाग लगातार प्रयास कर रहा है।
परिवार नियोजन कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ. विश्वास चौधरी ने बताया कि खुशहाल परिवार दिवस पर दंपति की भागीदारी बढ़ाने के लिए काउंसलिंग की जा रही है। इसमें शामिल होने के लिए तीन समूहों को प्रोत्साहित किया जाता है। पहले समूह में उच्च जोखिम गर्भावस्था (एचआरपी) वाली महिलाएं। दूसरे लक्षित समूह में नवविवाहित दंपति और तीसरे समूह में ऐसे योग्य दंपति को शामिल किये जाते है, जिनका परिवार पूरा हो गया है। इस विशेष दिन प्रत्येक चिकित्सा इकाई पर नए और ऐसे दंपति जिन्हें परिवार नियोजन अपनाना चाहिए, उनको प्रेरित करने के लिए उनकी मुलाकात परिवार नियोजन के स्थायी साधन अपनाने वाले संतुष्ट दंपति से कराकर उनके अनुभव साझा कराए गए। इसके साथ ही ऐसी महिलाएं जिनका प्रसव एक वर्ष से कम समय पहले हुआ है और उनकी प्रसव की स्थिति उच्च संकट गर्भावस्था की रही है, ऐसे जोड़ों को खुशहाल परिवार दिवस पर बुलाकर उन्हें पोषण और परिवार नियोजन के साधनों को अपनाने के लिए विशेष रूप से प्रेरित किया गया।
उन्होंने बताया कि खुशहाल परिवार दिवस में साझा प्रयास नेटवर्क ने प्रतिभाग किया, जिसमें सुरक्षित गर्भ समापन, परिवार नियोजन और एमटीपी एक्ट के बारे में जानकारी दी गई।
रहीदा ने बताया कि परिवार नियोजन के लिए चिकित्सकों ने उन्हें जागरूक किया, जिस पर वह परिवार नियोजन के साधनों को अपना रही है।
कमरजहा ने बताया कि उसके दो बच्चे हैं अब वह आगे बच्चा नहीं चाहती इसलिए वह परिवार नियोजन के साधनों का उपयोग कर रही है।
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