जनहित एवं स्वास्थ्य सेवा समिति द्वारा किया गया कोरोना योद्धाओं का सम्मान

रविवार को जनहित एवं स्वास्थ्य सेवा समिति द्वारा गंज बाजार में डॉक्टर महेश सोम के क्लीनिक कैंपस में कोरोना एवं सामाजिक योद्धाओं का सम्मान समारोह आयोजित किया गया जिसमें प्रमुख बाल रोग चिकित्सक डॉ महेश सोम,  डॉ ओमकार पुंडीर संचालक हिमालय हॉस्पिटल सरधना श्रद्धा शिक्षक दीपक शर्मा को उनके करोना काल के सामाजिक कार्यों के लिए सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम ठाकुर शीशपाल सिंह की अध्यक्षता तथा जनहित एवं स्वास्थ सेवा समिति के अध्यक्ष मोहम्मद इस्माइल मिर्जा एवं महामंत्री खुर्शीद आलम के संयुक्त संचालन में हुआ।

कार्यक्रम में बोलते हुए संचालकों ने कहा कि लॉक डाउन के पीरियड में इन लोगों के द्वारा समाज की सेवा की गई है तथा जिस समय लोग अपने घरों में कैद थे तब सड़कों पर निकल कर आमजन की मदद करना, उन्हें स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना, अपने क्लीनिक और अस्पताल के जरिए बिना डरे लोगों की सहायता करना, इनकी विशेषता रही है वहीं शिक्षक दीपक शर्मा ने प्रशासन और आमजन के मध्य एक पुल का कार्य किया जिससे प्रशासन के विभिन्न कार्यक्रमों तथा योजनाओं का लाभ आमजन तक पहुंच सका। स्वयं परिवार सहित कोरोना से पीड़ित होने के बावजूद भी उनके द्वारा सराहनीय कार्य किया गया।

इस अवसर पर बोलते हुए पूर्व चेयरमैन निजाम अंसारी ने सभी को बधाई दी तथा पूर्व कोरोना काल से जुड़े हुए बहुत सारे किस्से सुनाए कि किस प्रकार जब चिकित्सकों द्वारा अपने फोन तक बंद कर लिए गए थे तब यह लोग समाज की सेवा के लिए सड़कों पर बाहर थे।

डॉ महेश सोम ने कहा कि एक चिकित्सक होने के नाते यह उनका फर्ज था कि किसी भी मुसीबत में आपने आराम को छोड़ कर  जन समुदाय के लिए कार्य करें और उन्होंने केवल इसी का प्रयास किया है ।

डॉक्टर ओमकार पुंडीर ने कहा कि प्रशासन की तमाम सख्ती के बावजूद भी यदि कहीं किसी कोरोना पीड़ित  को मदद पहचानी पड़ी है तो उन्होंने पहुंचाई है। शिक्षक दीपक शर्मा ने कहा कि पुराने हालात से सबक लेकर आने वाले समय के लिए तैयार रहना होगा कोरोना

वायरस से बचने के लिए हमें प्राइमरी नियमों का पालन करना ही चाहिए।

चेयर पर्सन पुत्र शाहवेज अंसारी ने लोक डाउन के समय में हुई दुश्वारियां का विस्तार से वर्णन किया। नगर पालिका द्वारा किए गए जनहित के कार्यों को सभी अतिथियों के समक्ष रखा। सभा में उपस्थित सम्मानित होने वाले अतिथियों का बैज लगाकर माल्यार्पण कर एवं प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मान किया गया।