पंचायत रेजूलेंशन के बावजूद भी बीवां में खुल रहा था शराब का ठेका

पंचायत रेजूलेंशन के बावजूद भी बीवां में खुल रहा था शराब का ठेका
पंचायत रेजूलेंशन के बावजूद भी बीवां में खुल रहा था शराब का ठेका

मेवात। नूंह जिले के गांव बीवां में पंचायत द्वारा रेजूलेंशन जमा करने के बावजूद भी खुल रहे शराब के ठेके को युवा शक्ति टीम ने गांव के जिम्मेदार लोगों के साथ मिलकर बंद कराया। पंचायत के रेजूलेशन पर आबकारी विभाग वर्ष 2018 और मार्च 2020 में भी बंद करा चुका है। बार-बार शराब का ठेका खोले जाने से गांव के युवा और लोगों में भारी नाराजगी है।

युवा शक्ति टीम के सदस्य मोहम्मद अहमद, एमडी इरफान, साकिर हुसैन, अब्दुल्लाह खान, मोहम्मद इमरान, रोनक अली का कहना है कि गांव में शराब को ठेका बंद कराने के लिए 20 दिसंबर 2019 को पंचायत से रेजूलेंशन जिला आबकारी विभाग में जमा करा दिया था। उसके बाद विभाग ने मार्च 2020 में शराब का ठेका बंद करा दिया था। इससे पहले 2018 में भी शराब के ठेके का बंद कराया गया था।

 उनका कहना है कि शराब का ठेका खुलने से गांव के युवाओं में नशे की लत पड़ जाती है। गांव में ठेका होने से छोटे-छोटे बच्चे भी इसमें संलिप्त हो जाने का खतरा बन गया था। उन्होने कहा शराब की वजह से चोरी और झगडे जैसी घटनाएं बढ गई है।

टीम के सदस्य अब्दुल्लाह खान, एमडी इरफान, साकिर हुसैन ने बताया कि गांव में फैल रही जुआ, सट्टा, शराब जैसी बुराईयों को खत्म करने के लिए युवा शक्ति टीम गांव में काम कर रही है। आज बुराईयों से नौजवानों का भविष्य खतरे में है, और युवा शक्ति टीम बीवां नौजवानों को शिक्षा वे स्वास्थ्य के बारे में जागरूक करेगी।

उन्होने बताया कि गांव में बार-बार शराब का ठेका खुलने से गांव के लोगों और युवा टीम में भारी नाराजगी है। उन्होने आबाकरी एंव कराधान अधिकारी जावेद इकबाल की रेखदेख में सोमवार को गांव में चल रहे शराब के ठेके को बंद करा दिया है। उन्होने चेतावनी देते हुऐ कहा कि अगर आगे से गांव में शराब को ठेका खोला गया तो वे किसी भी कीमत पर बरदास्त नहीं किया जाएगा।

इस मौके पर युवा शक्ति टीम के सदस्य जफरुल्ला उर्फ जफर, मोहम्मद अहमद, एमडी इरफान, साकिर हुसैन, अब्दुल्लाह खान, मोहम्मद इमरान, रोनक अली व गांव के अन्य लोग मौजूद रहे।

क्या कहते हैं अधिकार आबाकरी एंव कराधान विभाग नंूह के सहायक आबकारी अधिकारी जावेद इकबाल ने बताया कि सरकार के आदेश हैं कि जिस गांव की पंचायत गांव मे शराब ठेका बंद कराना चहाती है तो उसे रेजूलेशन देना होता है। गांव बीवां की पंचायत ने भी गांव में ठेका बंद कराने का प्रस्ताव दिया था। उसके बाद ही मार्च 2020 में बंद करा दिया था। सरपंच ने दुबारा से ठेका खुलवाने का प्रस्ताव दिया था तभी खोला गया है। सोमवार को फिर पंचायत ने ठेका बंद कराने का प्रस्ताव दिया है उसके बाद गांव में ठेका बंद करा दिया गया है।