
गांव खड़खड़ी के बच्चे की बुखार के मौत होने के बाद स्वास्थ्य विभाग किसी प्रकार की लापरवाही नहीं बरतना चाहता है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बृहस्पतिवार को गांव में जाकर सर्वे किया। सर्वे के दौरान गांव के चार लोग बुखार से पीड़ित मिले।
जिन्हें डेंगू का संदिग्ध मरीज मानते हुए स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उनके सैंपल लेकर लैब में जांच को भेजे हैं। गांव खड़खड़ी निवासी 12 वर्षीय बच्चे की तेज बुखार होने के कारण हाल ही में मेरठ के एक अस्पताल में मौत हो गई थी। स्वजन का कहना है कि चिकित्सकों ने बच्चे के डेंगू से पीड़ित होने की बात कही थी। लेकिन, अभी तक उन्हें जांच रिपोर्ट नहीं मिली है।
वहीं, उसके छोटे भाई में भी डेंगू के लक्षण बताए जा रहे हैं। बच्चे की बुखार से मौत की सूचना मिलते ही स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों में अफरा-तफरी मच गई है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. रेखा शर्मा ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के टीम ने बृहस्पतिवार को गांव का सर्वे किया है। बच्चे को घर के आस-पास रहने वाले लोगों के स्वास्थ्य की जांच की गई। संदिग्ध मिले चार मरीजों के सैंपल जांच के लिए लैब में भेजे गए हैं। इन चारों मरीजों का चिकित्सकों ने उपचार शुरू करा दिया है।
निजी अस्पताल संचालकों को दी चेतावनी
डॉ. रेखा शर्मा ने बताया कि निजी अस्पताल और लैब संचालकों को चेतावनी दे दी गई है। उन्हें निर्देश दिए गए हैं कि डेंगू संभावित कोई भी संदिग्ध मरीज निजी अस्पताल में आता है तो अस्पताल प्रबंधन तत्काल इसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग को दी जाएगी। जिससे उनके सैंपल लेकर सरकारी लैब में जांच कराई जा सके। अगर कोई निजी अस्पताल या लैब संचालक सूचना नहीं देगा तो उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।