लखनऊ / मेरठ : उत्तरप्रदेश का चर्चित डॉन बदन सिंह बद्दो 15 अगस्त को एक बार फिर सोशल मीडिया पर चर्चा में है. बद्दो के फेसबुक अकाउंट से एक पोस्ट की गई है, जिसमें बद्दो ने उत्तर प्रदेश के आला पुलिस अफसरों पर गंभीर आरोप लगाए हैं. यह दूसरी बार है जब बद्दो ने फेसबुक पर किसी पोस्ट में पुलिस अफसरों के खिलाफ मोर्चा खोला है. फरवरी 2020 में भी बदन सिंह के फेसबुक अकांउट से ऐसी पोस्ट हुई थी. इस पोस्ट को लेकर पुलिस अफसर जांच में जुटे हैं. पूर्व DGP बृजलाल और मेरठ के पूर्व SSP नवनीत सिकेरा पर आरोप
बदन सिंह बद्दो पुलिस हिरासत से फरार चल रहा है. उस पर ढाई लाख रुपए का इनाम भी रखा गया है. जिस फेसबुक अकाउंट से पोस्ट शेयर की गई है उस पर बद्दो के साथ एक बच्चे की प्रोफाइल फोटो लगी है. माना जा रहा है कि बद्दो के साथ उसका बेटा इस तस्वीर में है. पोस्ट में बद्दो ने प्रदेश के पूर्व डीजीपी बृजलाल और मेरठ के पूर्व एसएसपी नवनीत सिकेरा पर गंभीर आरोप लगाए हैं. रोमी के अलावा कुछ अन्य नामों को भी पोस्ट में खोला गया है. इसमें पूर्व मुख्यमंत्री मायावती, अखिलेश यादव और मुलायम सिंह का नाम भी शामिल है. पोस्ट में बद्दो ने अपना पक्ष रखते हुए लिखा है कि किस प्रकार अफसरों, नेताओं ने उस पर फर्जी मुकदमे कराए.बता दें कि अभी 2 दिन पहले ही मेरठ आए उत्तर प्रदेश के डीजीपी मुकुल गोयल ने मेरठ पुलिस से जल्द से जल्द बद्दो को पकड़ने के निर्देश दिए हैं. और पिछले साल ही पुलिस ने मेरठ के पंजाबीपुरा में बदन सिंह बद्दो के मकान में छापेमारी की थी बाद में पुलिस ने आलीशान बंगले को ढहा दिया था. पुलिस ने बंगला ढहाने के बाद जमीन जब्त कर ली और मलबा प्रशासन के कब्जे में आ गया. उसकी करोड़ों रुपए की जमीन को प्रशसान ने कुर्क कर लिया था. बद्दो लगभग 2 साल से फरार चल रहा है, जिसे पकड़ने के लिए पुलिस हर हथकंडा अपना रही है.30 से अधिक केस दर्ज़ हैं
51 साल के बद्दो पर हत्या, जबरन वसूली, अवैध हथियारों की सप्लाई जैसे मामलों में 30 से ज़्यादा केस दर्ज हैं. उस पर 2011 में जिला पंचायत सदस्य संजय गुज्जर की हत्या, 2012 में केबल मैनेजर पवित्र मैत्रेय की हत्या के केस हैं. पिछले वर्ष मेरठ पुलिस ने बद्दो को फरार कराने के आरोप में उसके साथी मुकेश गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया था . मुकेश गुप्ता काफी समय तक कोर्ट द्वारा गिरफ्तारी पर दिए गए स्टे ऑर्डर के आधार पर बचता रहा था.शेक्सपियर की भाषा में जवाब देने वाला बद्दो
बदन सिंह के बारे में एक किस्सा चर्चित है. अख़बार ‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ के एक रिपोर्टर बहुत पहले बद्दो से मिले. पूछा कि अपराध की दुनिया में क्यों आ गए, कैसे आ गए. जवाब आया विलियम शेक्सपियर को कोट करते हुए. उसने कहा –“ये दुनिया एक रंगमंच है और हम सब इस मंच के कलाकार.”फिलहाल बद्दो को पकड़ने के लिए पुलिस लगातार उसके सहयोगियों की हरकतों पर नज़र रख रही है. आयकर विभाग भी मेरठ के हवाला कारोबारी संजीव मित्तल, रविन्द्र मित्तल और नरेश जैन के मामलों में बदन सिंह बददो की बेनामी सम्पतियों और हवाला कारोबार में लगे कालेधन की जाँच कर रहा है. मेरठ में चर्चा है कि ये कारोबारी ही बददो के कालेधन को ठिकाने लगाने में उसका सहयोग करते थे.उसे जानने वाले लोग बताते हैं कि वह मात्र आठवीं पास है और यह दिखाने के लिए कि उसे अंग्रेज़ी भी आती है. उसने अंग्रेज़ी के 15-20 वाक्य रट रखे हैं.अपने फेसबुक प्रोफाइल में बद्दो ने आत्मसुधार, निष्ठा, नेतृत्व, भरोसा, सफलता और अच्छी ज़िंदगी जैसे विषयों पर प्रेरक बातें लगाकर खुद के दूसरों के लिए प्रेरणास्रोत होने की छवि बनाने का प्रयास किया है.फेसबुक पर उसके एक पोस्ट में कहा गया है, ‘एक अच्छा राजा जानता है कि कब उसे अपनी ताकत बचानी है और कब शत्रुओं का संहार करना है’. और एक अन्य पोस्ट में लिखा है, ‘उम्र के इस पड़ाव पर मेरी दिलचस्पी मात्र निरंतरता, स्थायित्व, सम्मान और निष्ठा में है.’एक दिलचस्प तस्वीर कारतूस के खोकों की है, जिनमें से एक में से फूल निकल रहा है और उसका शीर्षक है. ‘ज़िंदगी राह ढूंढ ही लेती है
पूर्व डीजीपी बृजलाल और मेरठ के तत्कालीन SSP नवनीत सिकेरा पर लगाए गंभीर आरोप, जांच में जुटी पुलिस.