नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने मंगलवार को कहा कि तोक्यो ओलंपिक में सेमीफाइनल में भारतीय पुरुष हॉकी टीम को बेल्जियम के हाथों मिली हार पर दिल छोटा करने की जरूरत नहीं है और पूरे टूर्नामेंट में अद्भुत दक्षता और परस्पर सहयोग प्रदर्शित करने के लिए खिलाड़ियों की सराहना की।
भारतीय पुरुष हॉकी टीम का 41 वर्ष बाद ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने का सपना अधूरा रह गया जब विश्व चैंपियन बेल्जियम के हाथों उसे ‘अंतिम-चार’ चरण में दो-पांच से हार मिली लेकिन वह कांस्य पदक के लिए अब भी दौड़ में है।
नायडू ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर कहा, ‘तोक्यो ओलंपिक में सेमीफाइनल में पुरुष हॉकी टीम के बेल्जियम से हारने पर दिल छोटा करने की जरूरत नहीं है।’ उपराष्ट्रपति ने कहा, ‘हमारे खिलाड़ियों ने पूरे टूर्नामेंट में शानदार कुशलता और सहयोग प्रदर्शित किया है। उनके अगले मैच के लिए मेरी शुभकामनाएं।