
हापुड़-पिलखुवा विकास प्राधिकरण शहर की सुंदरता और सांस्कृतिक पहचान को नई ऊंचाई देने की दिशा में बड़ा कदम उठाने जा रहा है। प्राधिकरण द्वारा शहर के दोनों प्रमुख प्रवेश मार्गों पर भव्य स्वागत द्वार बनाने की योजना तैयार की जा रही है। इनमें पहला द्वार निजामपुर ट्रांसपोर्ट नगर के पास और दूसरा द्वार ततारपुर बाईपास पर बनाया जाएगा।
आपको बता दे कि प्राधिकरण उपाध्यक्ष नितिन गौड़ की मंशा है कि ये द्वार सिर्फ प्रवेश के प्रतीक न हों, बल्कि जिले की सभ्यता, संस्कृति और धार्मिक विरासत को भी उजागर करें। इसी के तहत अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। कि डिजाइन में स्थानीय धार्मिक और सांस्कृतिक प्रतीकों को भी शामिल किया जाए।। जिसके बाद से अधिकारी दिल्ली—गाजियाबाद की तरफ निजामपुर ट्रांसपोर्ट योजना के पास शहर के प्रवेश पर भव्य द्वार बनाने के तैयारी कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर मेरठ—मुरादबाद की तरफ से शहर के प्रवेश पर भी भव्य द्वार बनाने योजना बनाई जा रही है। प्राधिकरण के अधिकारियों की एक टीम ने जिस पर कार्य करना प्रराम्भ कर दिया है। सूत्रों की मानें तो प्रदेश के कई प्राधिकरणों से उनके द्वारा बनाये गये भव्य शहर के प्रवेश द्वारों की डिजाईन भी मंगवाई गई है। वही उपाध्यक्ष नितिन गौड़ की मंशा है कि प्रवेश द्वारों को धार्मिक रूप दिया जाये ताकि सभ्यता के साथ—साथ संस्कृति को भी बढ़ावा मिले। जिसमें डिजाईन में जिले से जुड़ी सभ्यता व संस्कृति की झलक भी द्वार में दिखाई दे उसे प्रमुखता देने का प्रयास किया जा रहा है। जिले के प्रमुख धार्मिक स्थल गढ़मुक्तेश्वर जहां से गंगा बहती है। उसकी तर्ज पर द्वार के ऊपर शिवगंगा की प्रतिमा स्थापित कर उसमें से गंगा निकलते हुए दिखाने के प्रयास के साथ—साथ पौराणिक नाम से चर्चित हरिपुर से भी संबंधित डिजाईनों पर चर्चा हो रही है। जिसके लिए प्राधिकरण के संबंधित अधिकारी लगातार प्रदेश के अन्य धार्मिक जिले के प्राधिकरणों से सम्पर्क कर उनके द्वारा बनाये गये डिजाइनों को मंगाकर उच्चाधिकारियों से विचार विमर्श कर रहे है। शहर के दोनों द्वारों के बनने से शहर की भव्यता के साथ-साथ सुंदरता में भी चार चांद लग जायेगें।
वही शहर के प्रवेश द्वारों पर भव्य द्वार बनाने जाने को लेकर प्रभारी सचिव तेजवीर सिंह ने बताया की प्राधिकरण का मुख्य उदेश्य जिले के सम्पूर्ण क्षेत्र का विकास एवं उसकी सुन्दरता को बढावा देना है। उच्चाधिकरियों की मंशा के अनुरूप शहर के दोनों प्रवेश द्वारों को भव्य एवं सुन्दर बनाने को लेकर कार्य चल रहा है। जिसको लेकर कार्य कर रहे अधिकारियों से समय—समय प्रगति रिर्पोट ली जा रही है। जैसे ही डिजाइन और प्रारंभिक योजना तय हो जाएगी, उसकी लागत रिपोर्ट तैयार कर टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी।