
*नई दिल्ली, 11 मई आम आदमी पार्टी ने भारत-पाकिस्तान के बीच अमेरिका द्वारा युद्ध विराम की घोषणा करने पर कई सवाल उठाए हैं। ‘‘आप’’ के वरिष्ठ नेता व राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रम्प द्वारा भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध विराम की घोषणा करना भारत की संप्रभुता पर कड़ा प्रहार है। जबकि भारतीय सेना के पास पीओके को कब्जाने और बलूचिस्तान को अलग करने का बड़ा अवसर था। उन्होंने कहा कि पिछले 78 साल से पाकिस्तान के मामले में भारत ने कभी तीसरे देश की मध्यस्थता नहीं स्वीकार की, तो फिर आज अमेरिका कहां से आ गया? भारत अपने फैसले लेने में सक्षम है। हमारी संप्रभुता, स्वाभिमान और सम्मान से खिलवाड़ करने की इजाजत किसी को नहीं है। देश के लोगों के मन में बहुत गुस्सा और सवाल है। प्रधानमंत्री सर्वदलीय बैठक व संसद का विशेष सत्र बुलाएं और सीज फायर की असली वजह बताएं।
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने रविवार को पार्टी मुख्यालय पर प्रेसवार्ता कर कहा कि पहलगाम में 25 भारतीय और एक नेपाल के निर्दोष व निहत्थे नागरिकों को आतंकवादियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। आतंकवादियों ने हमारी बहनों के माथे का सिंदूर उजाड़ दिए। पाकिस्तान से पोषित और फंडिंग किया हुआ आतंकवादी भारतीय सीमा में 200 किलोमीटर अंदर तक आता है और हमारे निर्दोष-निहत्थे लोगों को मारकर चला जाता है। इस घटना से पूरे देश में आक्रोश और गुस्सा है। आज भी देश के लोग इस घटना को भूल नहीं पाए हैं।
संजय सिंह ने कहा कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत सरकार सर्वदलीय बैठक बुलाकर पूरी घटना की जानकारी दी और फिर भारतीय सेना द्वारा ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की शुरूआत की जाती है। भारतीय सेना ने अपने गौरव, पराक्रम, शौर्य और बहादुरी का परिचय देते हुए पाकिस्तान में घुस कर 9 आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया। पूरा देश भारतीय सेना के शौर्य एवं बहादुरी को नमन करता है। सर्वदलीय बैठक में भारत सरकार ने बताया कि भारत की सेना ने 100 से अधिक आतंकवादियों और आतंकवाद का समर्थन करने वाले उनके सहयोगियों को मारा। सरकार ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर जारी है। इसका मतलब साफ था कि आतंकवादियों के सभी 21 ठिकाने ध्वस्त किए जाएंगे। पाकिस्तान से आकर हमारी बहनों के मांग का सिंदूर उजाड़ने वाले आतंकवादियों का नाश होगा, उनको मारा जाएगा, उनको पकड़ा जाएगा। क्योंकि इसीलिए ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया गया।
उन्होंने कहा कि भारतीय सेना बॉर्डर पर अपने पराक्रम का परिचय दे रही थी, पाकिस्तान को उसके घर में घुस कर मार रही थी। हमारे तकनीक का विस्तार इतना प्रबल था कि भारतीय सेना ने पाकिस्तान से किए गए सारे ड्रोन हमले को विफल कर दिया और पाकिस्तान के एयरबेस और ड्रोन को नष्ट किया। जब पाकिस्तान द्वारा गुरुद्वारा पर हमला किया गया, राजौरी में भारतीय सेना में एडीसी राजकुमार थापा शहीद हो गए, हवलदार दिनेश शर्मा, अली शेख, सब इंस्पेक्टर इम्तियाज, पवन कुमार शहीद हो गए। हमारी सेना के जवानों ने अपनी शहादत देकर पाकिस्तानियों के आतंकवाद और उसकी सेना के हर हमले का मुकाबला कर रहे थे।
संजय सिंह ने कहा कि भारतीय सेना के पास पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) पर कब्जा करने का बड़ा मौका था। पीओके में आतंकवादी अड्डे हैं, आतंकवादियों को पनाह दी जाती है। हम सब जानते हैं कि पाकिस्तान दुनिया का सबसे बड़ा आतंकवादी देश है। पाकिस्तान में हाफिस सइद, मसूद अजहर और ओसामा बिन लादेन भी था। जब मसूद अजहर के परिवार के लोगों को निशाना बनाया गया तो पाकिस्तानी सेना के अधिकारी उनके अंतिम संस्कार में शामिल होते हैं और अमेरिका द्वारा प्रतिबंधित आतंकवादी भी वहां दिखता है। आज देश के लोगों में बहुत बड़ा सवाल यह है कि जब भारतीय सेना अपने शौर्य और पराक्रम का परिचय दे रही थी, इतनी बहादुरी से पाकिस्तानी सेना का मुकाबला कर रही थी, आतंकवादी अड्डों को नष्ट कर रही थी, पीओके पर भारत कब्जा कर सकता था, बांग्लादेश की तरह पाकिस्तान से बलूचिस्तान को अलग कर सकते थे, ऐसे समय में अमेरिका आकर सीज फायर (युद्ध विराम) की घोषणा कर रहा है। इसलिए देशवासियों के मन में सवाल है कि क्या यह 140 हिन्दुस्तानियों के स्वाभिमान के साथ खिलवाड़ नहीं है? क्या यह भारत की संप्रभुता के साथ खिलवाड़ नहीं है? क्या दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश भारत पर अब अमेरिका की दादागिरी और दबाव चलेगा?
संजय सिंह ने कहा कि पिछले 78 वर्षों में भारत का एक ही स्टैंड रहा है कि भारत-पाकिस्तान तीसरे देश की मध्यस्थता के बगैर आपस में बातचीत और फैसला करेंगे तो फिर अमेरिका की मध्यस्थता कहां से आ गई? ट्रम्प कह रहे हैं कि भारत-पाकिस्तान महान देश हैं। ट्रम्प पाकिस्तान को महान देश मानते हैं। देश को प्रधानमंत्री मोदी बताएं कि क्या वह भी आतंकवादियों को पनाह देने वाले पाकिस्तान को महान देश मानते हैं? ट्रम्प पाकिस्तान को शक्तिशाली देश मानते हैं। प्रधानमंत्री बताएं कि क्या वह भी खाने के लिए मोहताज पाकिस्तान को शक्तिशाली देश मानते हैं? ट्रम्प कह रहे हैं कि भारत-पाक के बीच न्यूट्रल जगह पर बात होगी। यह कब तय हुआ? यह फैसला कहां हो गया? इससे पूरे देश के मन में गुस्सा और सवाल है और इसका जवाब प्रधानमंत्री को खुद आकर देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि अमेरिका कह रहा है कि भारत-पाकिस्तान के बीच व्यापारिक संबंध स्थापित करेंगे। जो गद्दार देश तीन घंटे भी सीज फायर का पालन नहीं कर सका, उसके साथ अमेरिका के कहने पर भारत व्यापरिक संबंध क्यों बनाएगा। भारतीय सेना के गौरव, बहादुरी, पराक्रम और शौर्य को पूरा देश नमन करता है। जब भारतीय सेना पीओके हासिल करने और बलूचिस्तान को अलग-थलग करने की दिशा में आगे बढ़ रही थी, उस समय अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रम्प के कहने पर यह सीज फायर किन परिस्थितियों और किस दबाव में हुआ, प्रधानमंत्री को इसकी पूरी जानकारी पूरे देश के लोगों को देनी चाहिए। प्रधानमंत्री सर्वदलीय बैठक व संसद का विशेष सत्र बुलाकर देश को सीज फायर के पीछे की वजह बताएं।