
बुलंदशहर – बताते चले कि कुछ सरकारी कर्मचारियों की सोच यह बन गयी है की एक बार कैसे भी सरकारी नौकरी मिल जाये चाहे चपरासी की ही कयो ना हो मगर सरकारी नौकरी होनी चाहिए फिर तो हम देख लेगे की उपर की न02 की कमाई कैसे नहीं होती हम सबकुछ कर लेगे। इसी प्रकार का एक मामला उ0प्र0 के जिला बुलन्दशहर के पुलिस लाईन का सामने आया है इस पुलिस लाईन में जब यूपी पुलिस भर्ती की परीक्षा चल रही थी तो एक युवक मनीष नाम का परीक्षाथीं चिकित्सा में अनफिट यानी फेल हो गया तो जैसे वह फेलियर बाहर आया तो डयूटी पर तैनात एक पुलिस कर्मी गजेंद्र ने उस फेलियर युवक से चिकित्सा की परीक्षा में पास कराने के नाम पर 35 हजार रुपए की रिश्वत की मांग करते हुए पास कराने का आश्वासन दिया। इस रिश्वतखोर पुलिस कर्मी की शिकायत जब फेलियर मनीष ने आला अधिकारीयों से की गयी तो जिला कप्तान दिनेश कुमार सिंह ने तत्काल भ्रष्टाचार पर लगाम लगाते हुए इस भ्रष्ट पुलिस कर्मी गजेंद्र के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुक़दमा दर्ज करा कर अग्रिम कार्यवाही करायी जाने की बात आला अधिकारी कहते नजर आ रहे हैं। इस भ्रष्टाचार जैसे मामले पर कया बोली बुलन्दशहर पुलिस /एस0पी0सिटी शंकर प्रसाद ने बताया की हमारी पुलिस लाईन में यूपी पुलिस भर्ती की फिटनिस परीक्षा चल रही थी जिसमें चिकित्सकों द्वारा परीक्षारथींयों के चिकित्सा परीक्षण किया जा रहा है जिसमें मनीष नाम का परीक्षाथीं फेल हो गया तो जैसे ही वह बाहर निकला तो डयूटी पर तैनात गजेंद्र नाम के पुलिस कर्मी ने उस युवक को फिटनिस में पास कराने के नाम पर 35 हजार रुपए की रिश्वत की तो तत्काल संज्ञान लेते हुए उस भ्रष्ट पुलिस कर्मी गजेंद्र के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुक़दमा दर्ज करा कर अग्रिम कार्यवाही की जा रही है ओर नयी टीम की डयूटी लगा दी गई है।